Board Students Important News: शिक्षा बोर्ड में अब कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के लिए आवेदन पत्र में अपार आईडी दर्ज करना काफी ज्यादा जरूरी कर दिया है बिना इसके अब पेपर नहीं दे पाएंगे क्योंकि वन नेशन वन स्टूडेंट मिशन के तहत अब सिर्फ वही बच्चे परीक्षा में बैठेंगे और उसके परिणाम के पात्र होंगे जिनके पास अपार ईद होगी और उन्होंने उसे आवेदन में दर्ज किया होगा बोर्ड ने सभी राजकीय तथा मान्यता प्राप्त और गैर सरकारी स्कूलों को यह आदेश दिए हैं इसलिए जल्द से जल्द आईडी बनवाना काफी ज्यादा जरूरी हो गया है वरना आपके बच्चे का भविष्य धुंधला हो सकता है और उसके कई साल खराब हो सकते हैं।
बच्चों का रिकॉर्ड सुरक्षित रखेगी अपार आईडी
सरकार द्वारा बच्चों का परीक्षा परिणाम और उनकी अन्य शैक्षणिक गतिविधियों के साथ-साथ कई रिकॉर्ड सुरक्षित रखने के लिए अपार आईडी को लागू किया है बता दें यह अपार आईडी एक स्वचालित स्थाई शैक्षिक अभिलेख पहचान संख्या है जिससे प्रत्येक छात्र को एक अपना यूनिक नंबर दिया जाता है और उसी से उनका रिकॉर्ड सुरक्षित होता है बता दें आवेदन पत्र में जितने भी छात्र अपार आईडी दर्ज नहीं करेंगे उनके सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी कक्षाओं के परिणाम को जारी नहीं किया जाएगा।
सरकार ने अपार ID की अनिवार्य
सीबीएसई लगातार पढ़ाई के तरीकों किताबें तथा अन्य नियमों में लगातार बदलाव कर रही है ताकि पढ़ाई की गुणवत्ता को काफी ज्यादा बढ़ाया जा सके और बच्चों के भविष्य को सुधारा जा सके और इसी संदर्भ में अब सीबीएसई ने हाई स्कूल तथा इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों के लिए अपार आईडी जरूरी कर दी है क्योंकि अब बिना इस ईद के किसी भी छात्र को परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी और इसके साथ ही कक्षा 9 तथा कक्षा 11 के लिए पंजीकरण भी अब बच्चे नहीं कर पाएंगे ।
बोर्ड परीक्षा में बैठने के लिए 70% अटेंडेंस जरूरी
सीबीएसई द्वारा एक नया नियम जोड़ा गया है जिसके अंतर्गत अगर बच्चे की 70% अटेंडेंस नहीं होती है तो वह बोर्ड परीक्षा में बैठने योग्य नहीं होगा बता दें कि अगर कोई स्कूल इन नए नियमों का उल्लंघन करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और स्कूल की मान्यता भी रद्द कर दी जाएगी।
खास परिस्थितियों में 25 प्रतिशत अटेंडेंस की छूट
70% जरूरी अटेंडेंस के नियम को बनाया गया है परंतु कुछ परिस्थितियों में 25% तक की छूट देने का प्रावधान रखा गया है बता दें इसके लिए छात्रों को एक संतोषजनक कारण देना होगा और सभी डॉक्यूमेंट जमा करने होंगे तथा बोर्ड अधिकारी उसका निरीक्षण करेंगे और सभी डॉक्यूमेंट सही पाए जाते हैं तो बच्चों को यह छूट प्रदान की जाएगी अन्यथा बिना किसी डॉक्यूमेंट के छुट्टी लेने पर और स्कूल द्वारा छुट्टी देने पर उसकी मान्यता पर खतरा आ सकता है।